लाल परी और मीना की कहानी 

लाल परी और मीना की कहानी 


मीना हर रोज अपने दादी से परियो की कहानी सुना करती थी , बिना कहानी सुने वह सोती नहीं थी | 
  
  मीना की माँ बचपन में ही चल बसी थी वह अपने माँ को बहुत याद करती थी , क्योकि उसकी सोतली माँ उसे पसंद नहीं करती थी 
 एक बार  की बात है , मीना और सभी लोग चार दिन की पिकनिक मानाने के लिए एक जगह पर जाते है | जहाँ चारो तरफ जंगल रहता है । 
रात का समय है | मीना पापा से कहती है - पापा, मैं हमेशा माँ से प्यार से बात करती हूँ ,वो जो भी बोलती है सब करती हूँ , लेकिन माँ मुझसे प्यार क्यों नहीं करती ? यह कहते ही वह रोने लगती है | उसके पापा उसे समझते हुए बोलते है - बेटा आप उनसे प्यार करते हो न तो देखना एक दिन वो भी आपसे बहुत प्यार करेगी |




मीना और उसके पापा को ये पता नहीं रहता है की वह जंगल जादुई है । और ये जंगल बहुत पुरानी है ।
मीना अपने भाई रोहन के साथ खेलने लगती  है | तभी उसकी सोतेली माँ "मीरा " उसे डाटते हुए बोलती है : - मीना यहाँ शोर मत करो जाओ कहीं और जा के खेलो और बेटा रोहन पहले कुछ खा ले फिर खेलना 
रोहन - ठीक है माँ .. मीना तुम भी चलो कुछ खा लेते है .
मीना - नहीं अभी भूख नहीं । आप जाओ भैया 
यह कहते ही मीना जंगल में एक पैड़ क पास बेठ जाती है | रोहन अपने माँ कइ साथ खाने चला जाता है |
मीना ये सोच के  रोने लगती है  की उसकी माँ उससे प्यार क्यों नहीं करती 
थोड़ी देर बाद रोहन आता है और मीना के आसूं पोछते हुए उसे खाना से भरा हुआ प्लेट देता है और बोलता है - दीदी तुम मत रो मैं तुमसे प्यार करता हु न देखना एक दिन माँ भी तुमसे प्यार करेगी |
भाई का प्यार देख मीन मन ही मन बहुत खुश हो जाती है और दोनों साथ में खाना खा के खलने लगते है। 
दोनों खेलते खेलते जंगले के बीच में चले जाते है जहाँ उसकी मुलाकात एक राक्षस से होती है।

राक्षस बहुत भुखा था मीना और रोहन राक्षस से डरने लगे फिर राक्षस ने बच्चो से कहा - तुम मुझे खाने के लिए कुछ दो वरना मैं तुम्हे खा जाऊंगा। 
Magical Kids Story - Lal Pari or meena

राक्षस से डर कर बच्चे भागने लगे इतने मे ही रोहन वहाँ से भाग निकला लेकिन मीना वही रह गई। मीना ने उस समय अपनी माँ को याद करने लगी इतने मे ही राक्षस मीना को खाने की कोशिश करने लगा लेकिन मीना उसके हाथ नही लग रही थी ।

 अचानक से मीना का पैर फिसला और वह गिर गई । राक्षस ने उसे पकड़ लिया । इतने में ही लाल परी आ गई और राक्षस को काबू मे कर ली मीना देख के चौक गई और मीना परी से दुर जाने लगी ।

परी से कहा - मीना  तुम डरो मत । मुझे पता है कि तुम्हें लगता है कि माँ तुमसे प्यार नही करती लेकिन ऐसा नही है वह तुमसे बहुत प्यार करती है।
मीना ने परी से कहा - देखो परी मैडम अगर वो मुझसे प्यार करती तो मैं आज दुखी नही रहतीं ।

परी ने मीना से कहा - तुम देखती जाओ मैं क्या करती हुँ ।

दुसरी तरफ रोहन घर पहुंच कर अपनी माँ को पुरी घटना बता देता है उसकी माँ को दौड़ते हुए जंगल जाने के लिए निकल पड़ी ।

दुसरी तरफ मीना और परी दोनो जंगल की सैर कर रहे थे । मीना को रंगीन सपने परी दिखा रही थी ।

मीना ने परी से कहा - गुजरी माँ की याद आती है और सौतेली माँ प्यार नहीं करती ।

इतने में माँ जंगल में पहुंच जाती है और मीरा को खोजने लगती है  उस समय माँ को मीना की बहुत याद और प्यार आ रहा था ।
मीना के न मिलने से वह रो पड़ी ।

मीना और परी पेड़ के नीचे बैठी थी । उसकी माँ मीना को देखती ही गले लगा ली और उसे चूमने (प्यार) करने लगी । माँ के आते ही परी वहाँ से गायब हो गयी । माँ का प्यार देखते ही मीरा रो पड़ी ।

दोनों एक साथ घर चले गये और पुरा परिवार प्यार से रहने लगे ।_

शिक्षा - सच्चा प्यार कभी कम नहीं होता है।


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