Moral Story For Kids |
Hindi Moral Story For Kids | पिन्टु की साइकिल ...
एक जबलपुर नाम के गावं में एक पिन्टु नाम का लड़का रहता था । उसके माँ बाप उसे पढ़ाई के लिए बहुत बोलते थे लेकिन पिन्टु पढ़ाई नहीं करता था।
पिन्टु को साइकिल चलाना बहुत पसंद था
वह बहुत तेज साइकिल चलाता था । लेकिन उसके पास साइकिल नहीं था वह अपने दोस्तो के साइकिल को चलाता था ।
उसके माँ बाप उसे साइकिल नहीं देते क्यों कि वह पढ़ता नहीं था।
एक बार पिन्टु अपने दोस्तों के साथ साइकिल में जंगल घूमने गया और वहाँ जाकर अपने दोस्तों के साथ साथ साइकिल चलाने में प्रतियोगिता करने लगा। साइकिल चलाते चलाते पिन्टु बहुत आगे निकल गया उसके दोस्त बहुत पीछे हो गये।
पिन्टु को साइकिल चलाते चलाते रास्ते में एक बैग मिला उस बैग में बहुत सारे पैसे थे । उस बैग को पिन्टु अपने घर लेके गया लेकिन उसने अपने माँ बाप को नहीं बताया | ये सबसे बड़ी गलती उसने कर दिया था |
उसको साइकिल बहुत पसंद था मानो उसको साइकिल खरीदने का लत लग गया था | उसने ये सोचा की मैं उन पैसों से एक नया साइकिल खरीद लूँगा लेकिन अपने दोस्त के यहाँ साइकिल रख दूंगा घर मे नहीं लाऊँगा |
यह सोचते हुए उसने माँ बाप से बिना इजाजत के उसने नया नया साइकिल खरीद लिया और अपने दोस्त से चर्चा करके उसके घर मे रखने की बात कर वहाँ अपना साइकिल रख लिया |
उसके बाद वह अपने स्कूल के साइकिल प्रतियोगिता मे भाग ले लेता है उसके बाद उसने उस प्रतियोगिता मे First रैंक लाकर इनाम पाता है |
ऐसा करते करते वह प्रतियोगिता तो जीतते गया लेकिन वो कहते है न की कब तक तुम अपने माँ बाप को धोका दे सकते हो एक न एक दिन सच सामने आ ही जाता है |
किसी दिन पिंटू को एक खबर मिलती है की वह जिस जंगल मे पैसा से भरा हुआ बैग पाया था वह बैग उसके पापा का था जो उन्होंने बैंक से पैसे लाते समय लूटोरो ने लूट लिया था पुलिस से बचने के लिए लूटोरो ने बैग जंगल मे फेक दिया था उसी बैग के पैसों से पिंटू ने एक नई साइकिल ले ली |
ये सुन के पिंटू को बुरा लगा फिर भी उसने अभी तक से सच नहीं बताया | लेकिन एक दिन उसने अपने दोस्त के साइकिल को गलती से खाई मे गिरा डाला और उसका साइकिल का कबाड़ा हो गया |
ये देख उसका दोस्त पागल हो गया और पिंटू के माँ बाप को जाकर सब कुछ सच बता दिया
उसके माँ बाप बहुत गुस्से मे थे पिंटू ने भी आकार सब सच बता दिया लेकिन उसके माँ बाप ने उन्हे माफ नहीं किया | वह बहुत रोया माफी मांगने लगा |
बहुत मुस्किल से उन्होंने पिंटू को माफ कर दिया | पिंटू ने कहा की चाहे आप मुझे आप साइकिल भले ही मत देना लेकिन मैं आप लोगों से झूट नहीं बोलूँगा |
आगे पिंटू के माँ बाप ने पिंटू को साइकिल तो दे दी साथ ही साथ पिंटू पढ़ाई भी करने लगा |
शिक्षा - कभी भी अपने मम्मी पापा से झूट नहीं बोलना चाहिए और उनसे हमेशा प्यार करना चाहिए |
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